योग, ध्यान, उपवास व मानसिक स्वास्थ्य

शारीरिक स्वास्थ्य हमारे लिए जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी है। ऐसा माना जाता है कि स्वस्थ मस्तिष्क का निवास स्वस्थ शरीर में ही संभव है, इसलिए हमें अपने शरीर को हर हाल में स्वस्थ रखना चाहिए जिससे की हमारा मन व मस्तिष्क दृढ़ हो सके।

जैसा की हम सभी जानते हैं कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें स्वस्थ भोजन व व्यायाम की आवश्यकता होती है, ठीक उसी तरह अच्छा खान-पान, उपवास, योग, ध्यान आदि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (world mental health day) के अवसर पर हम आपको मानसिक स्वास्थ्य के कुछ कारको के बारे में अवगत कराएँगे, जिन्हें अपने दैनिक जीवन में शामिल करने से व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में अभूतपूर्व वृद्धि होती है व व्यक्ति को कई जटिल रोगों से भी छुटकारा मिल सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि योग दवा, व्यायाम, विश्राम और यहां तक ​​कि समाजीकरण का एक संयोजन है, यह चिंता व अवसाद के प्रकारों को दूर करने का एक शानदार तरीका है। योग, सिर्फ व्यायाम का एक रूप नहीं है, यह चिकित्सा की एक प्रक्रिया है, जो शरीर को शक्तिशाली बनाता है और इसे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से संतुलित करता है। योग

योग के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:

  • योग एकाग्रता, ध्यान और स्मृति को बढ़ावा देता है।
  • योग (PTSD) पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस और इसी तरह की स्थितियों के प्रभाव को कम करता है।
  • योग चिंता और डिप्रेशन से मुक्ति दिलाता है।
  • योग हमारे दिमाग को जवां और स्वस्थ रखता है।
  • योग हमारे मूड में सुधार करता है।

कुछ प्रमुख योगासन जो मानसिक स्वास्थ्य मे वृद्धि करते हैं।

  • सूर्य नमस्कार
  • कपालभाती
  • अनुलोम-विलोम
  • बलासन
  • शवासन
  • व अन्य श्वास व्यायाम।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए ध्यान

ध्यान एक ऐसी शक्ति है जो हमारी आत्म-चेतना और आत्म-साक्षात्कार को बढ़ाने के साथ-साथ हमें और हमारे आस-पास के वातावरण को भी खुश करती है।

आइए जानते हैं मेडिटेशन (meditation) के कुछ फायदों के बारे में।

  • ध्यान बेहतर आत्म-जागरूकता और आत्म-सम्मान, तनाव और चिंता से मुक्ति प्रदान करता है।
  • ध्यान शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है।
  • ध्यान दर्द के लिए सहनशीलता के स्तर में सुधार कर सकता है और मादक द्रव्यों की लत से लड़ने में मदद कर सकता है।
  • ध्यान बेहतर फोकस और एकाग्रता को बल देता है।
  • यह किसी भी प्रकार की लत से लड़ने में भी मदद कर सकता है।
  • यह दर्द को नियंत्रित करता है और चिंता व अवसाद का हरण करता है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपवास लाभ

जब हम उपवास करते हैं तो कुछ समय के लिए भोजन आदि की मात्रा लेना बंद कर देते हैं, या इसके बजाय कुछ हल्का भोजन या कुछ फलों का प्रयोग करते हैं। इससे शरीर में रक्त और लसीका तंत्र (lymphatic system) के माध्यम से बहने वाले विषाक्त पदार्थों (toxins) की मात्रा में भारी कमी आ जाती है, जिससे हमारे शरीर और मस्तिष्क को हल्कापन भी अनुभव होता है।

उपवास के दौरान, आप आमतौर पर भोजन को पचाने के लिए जिस ऊर्जा का उपयोग करते हैं, उसका उपयोग मस्तिष्क शरीर के आंतरिक कायाकल्प के लिए करता है व शरीर के पाचन तंत्र को भी जरूरी आराम मिलता है।

उपवास के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:

  • उपवास मस्तिष्क की कार्यक्षमता मे वृद्धि करता है।
  • उपवास मूड में सुधार करता है और अवसाद व चिंता के लक्षणों को भी नियंत्रित करता है।
  • उपवास करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
  • उपवास करने से हमारे शरीर में उपस्थित अतिरिक्त कैलोरी व विषाक्त पदार्थ नस्ट होते हैं।

खाने की अच्छी आदतें

एक अच्छी खाने की आदत का मतलब यह नहीं है कि जो हम खाते हैं वह हमारे शरीर के लिए और हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होना चाहिए, बल्कि इस बात का ध्यान रखना चाहिए की यह हमारे शरीर या दिमाग को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाता हो।

एक अच्छी खाने की आदत में पहली बात यह है कि हम खाने के लिए अपना समय निर्धारित करें। भोजन में ऐसा नहीं होना चाहिए कि 1 दिन हमने 6 बार आहार लिया और दूसरे दिन हम भोजन नहीं कर सके। समय निर्धारित भोजन व भूख के आधार पर भोजन करना बहुत महत्वपूर्ण है।

संतुलित भोजन के साथ सलाद, प्याज, टमाटर, चुकंदर आदि और नाश्ते में अंकुरित दालों का प्रयोग करना लाभप्रद होता है। साथ ही साथ अपने भोजन में लहसुन, हल्दी, लौंग, कालीमिर्च, गिलोय, तुलसी, पुदीना आदि का प्रयोग करने से शरीर को ऊर्जा के साथ-साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

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