भारतीय वायु सेना ने मनाया अपना 89वां वायु सेना दिवस

आज भारतीय वायु सेना ने हिंडन एयर बेस, गाजियाबाद में अपना 89वां वायु सेना दिवस मनाया। इस दिन 1932 में, यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) की रॉयल एयर फोर्स का समर्थन करने के लिए देश की वायु सेना को आधिकारिक तौर पर खड़ा किया गया था।

भारत की वायु सेना की यात्रा अप्रैल, 1933 में छह अधिकारियों और 19 हवाई सिपाहियों के साथ अपने पहले ऑपरेशनल स्क्वाड्रन के गठन के साथ शुरू हुई। आज भारतीय वायु सेना लगभग 1,500 विमानों के साथ वैश्विक स्तर पर चौथी सबसे बड़ी और शक्तिशाली इकाई बन गई है। फिलहाल भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) दुनिया में सबसे अच्छी तरह से सुसज्जित और पेशेवर रूप से प्रशिक्षित वायु सेना में से एक है, जिसमें 1,70,000 सक्रिय कर्मी कार्यरत हैं।


आज हिंडन वायु सेना बेस वायु योद्धाओं द्वारा परेड का गवाह बना, जिसमें फ्लाइंग मशीनों द्वारा फ्लाईपास्ट व उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित करने के लिए अलंकरण समारोह भी आयोजित किया गया। भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने परेड की समीक्षा की और पारंपरिक रूप से मनाए जाने वाले “घर पर” स्वागत समारोह की मेजबानी की।

विभिन्न विमान और हेलीकॉप्टर फ्लाईपास्ट कार्यक्रम का हिस्सा बने जिसमें नए शामिल राफेल लड़ाकू विमान, एलसीए तेजस, मिग -21, मिग -29, सुखोई -30, एएलएच रुद्र, एमआई -35, अपाचे, चिनूक, एमआई 17 वी 5, सी -17 ग्लोबमास्टर, सी-130 व कई अन्य विमान शामिल थे।

इससे पहले राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री और कई अन्य कार्यालयों ने राष्ट्र को अपनी शुभकामनाएं दीं।

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