जहर के समान है सफेद नमक (salt), इसके सेवन को करे नियंत्रित

अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि नमक (salt) कम खाना चाहिए। यह सेहत (health) के लिए हानिकारक होता है। इसके कई गंभीर नुकसान है लेकिन यह बात किस हद तक सही है।

नमक (Salt) यानी कि सोडियम क्लोराइड (sodium chloride) हमारे शरीर के लिए ऐसा जरूरी केमिकल कंपाउंड है जिसके बिना हमारे शरीर में लीवर (lever), दिल (heart) और थायराइड (thyroid) जैसे कई जरूरी अंग काम करना बंद कर सकते हैं, यानी कि सही मायने में इसके बिना जीवित रह पाना बेहद मुश्किल है।

वहीं दूसरी तरफ अगर शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाए तो मामूली से दिखने वाले नमक के सफेद दाने धीरे-धीरे व्यक्ति की शरीर को खोखला कर सकते हैं। बालों का झड़ना (hair fall), त्वचा रोग (skin disease), एसिडिटी (acidity), हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure), किडनी में समस्या (kidney disorders), यूरिक एसिड (uric acid) और यहां तक कि लगभग 40 से ज्यादा गंभीर रोग शरीर में नमक की मात्रा बढ़ने से होते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि आज हमारे देश में 90% से ज्यादा लोग अपनी रेगुलर डाइट (regular diet) में नमक जरूरत से ज्यादा ही खा रहे हैं, क्योंकि हमारे भोजन में नमक ज्यादा है ही और भोजन के अलावा जितनी खाए जाने वाली चीजें हैं, सभी में नमक जरूर मौजूद होता है।

सर दर्द (head ache), मोटापा (obesity) , बालों का झड़ना (hair fall) या शरीर में चल रही किसी भी बीमारी का मुख्य कारण कहीं ना कहीं नमक भी हो सकता है। देखा जाए तो नमक भी चीनी (sugar) जितना ही हानिकारक होता है और कई परिस्थितियों में तो चीनी से भी ज्यादा, लेकिन नमक को पूरी तरह छोड़ पाना बेहद मुश्किल है, क्योंकि नमक के बिना सभी चीजें सूखी और बेस्वाद लगने लगती है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्या किया जाए या ऐसी चीज मिल जाए जिसका इस्तेमाल नमक के तौर पर किया जा सके, लेकिन शरीर के नजरिए से शरीर को हानि पहुंचाने के बजाय फायदे पहुंचाए।

हमें रोजाना कितना नमक खाना चाहिए और जब हम नमक खाते हैं तो यह हमारे शरीर पर कितना प्रभाव डालता है?

नमक सोडियम (sodium) का सबसे मुख्य स्त्रोत होता है। सोडियम एक ऐसा तत्व है जिसके बिना हम जीवित नहीं रह सकते हैं। शरीर में ज्यादातर सोडियम हमारे खून और बॉडी सेल्स में पाया जाता है। यह शरीर में फ्लुएड यानी कि तरल का बैलेंस बनाए रखने के साथ-साथ हमारी नफ्ज और मसल्स (muscles) के प्रॉपर फंक्शन के लिए अनिवार्य होता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो इससे हाइपोथर्मिया (hypothermia) नामक गंभीर बीमारी भी हो सकती है, जिसके चलते सर और शरीर में दर्द, बार-बार थकान होना, चक्कर आना और शरीर में कमजोरी महसूस होने लगती है। इसके अलावा कई स्थिति में सोडियम की कमी हमारी किडनी को भी खराब कर सकती है। इससे दिमागी संतुलन खराब हो सकता है और व्यक्ति कोमा (coma) में भी जा सकता है।

नमक के हानिकारक होने की मुख्य 3 वजह:

1) हमारा खान-पान; हमारे खान पान में पहले से ही सोडियम काफी ज्यादा मौजूद होता है और हम दिन भर में जाने अनजाने इसे और ज्यादा खाते ही रहते हैं।

2) केमिकल रिफायनिंग प्रोसेस से बना सफेद नमक का इस्तेमाल।

3) हमारी रेगुलर डाइट में उन पोषक तत्वों की कमी का होना जो हमारे शरीर में बढ़े हुए सोडियम यानी कि नमक को घटाने का काम करते हैं।

आमतौर पर 1 दिन में 2 से 3 ग्राम नमक खाने की सलाह दी जाती है पर World Health Organization (WHO) के अनुसार एक व्यक्ति को दिन भर में 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए।

फरवरी 2019 में की गई एक शोध से यह पता चला है कि भारत में रहने वाले लोग अपने 24 घंटे की डाइट में 11 से लेकर 15 ग्राम तक नमक खा जाते हैं और लगभग सभी लोग इस बात से पूरी तरह से अनजान हैं।

दिल से जुड़े रोगों से हर साल हमारे देश में लगभग 23 लाख लोगों की मौत हो जाती है और इन 23 लाख लोगों में से 30% लोग हाई ब्लड प्रेशर के कारण ही मरते हैं और यह हाई ब्लड प्रेशर दिन भर में खाए गए जरूरत से ज्यादा नमक का ही परिणाम है।

ज्यादा नमक खाने के नुकसान (harmful effects of salt)

आयुर्वेद (ayurveda) के अनुसार अगर देखा जाए, ज्यादा नमक खाने से धीरे-धीरे शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे हाइपर एसिडिटी (hyper acidity) जैसी गंभीर समस्या होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। शरीर में बढ़े हुए पित्त (pitta) की वजह से समय से पहले बाल सफेद होने लगते हैं और आंखें (eyes) भी कमजोर हो जाती हैं। ज्यादा नमक हमारे खून (blood) को एसिडिटीक (acidic) बनाता है जिससे सोरायसिस एग्जिमा (psoriasis eczema) और खुजली (etching) जैसे कई तरह के त्वचा रोग हो सकते हैं। बढ़ा हुआ नमक हमारी हड्डियों में से कैल्शियम (calcium) को धीरे धीरे घटाने लगता है जिसे समय के साथ-साथ हमारी हड्डियां कमजोर पड़ने लगती है और आगे चलकर इसकी वजह से व्यक्ति ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसे गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित हो सकता है।

ज्यादा नमक खाने वाले लोगों को पसीना (sweating) ज्यादा निकलता है, पानी शरीर से जल्दी बाहर निकलने लगता है, जिससे पेशाब जल्दी जल्दी आती है और प्यास भी ज्यादा लगती है। शरीर की अंदर की गर्मी (body heat) बड़ी हुई रहती है और अक्सर पेट में जलन होने की शिकायत भी बनी रहती है। नमक का बुरा असर हमारी किडनी (kidney) पर भी पड़ता है और साथ ही यह लीवर (lever) के लिए भी हानिकारक माना जाता है, लेकिन ज्यादा नमक खाने का सबसे बुरा परिणाम होता है हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure)। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से दिल (heart) से जुड़े कई रोग होने लगते हैं। कई लोगों को अक्सर अपने बड़े हुए हाई ब्लड प्रेशर का अंदाजा भी नहीं होता अचानक एक दिन वह हार्टअटैक (heart attack) का शिकार बन जाते हैं।

हम ज्यादा नमक कैसे खा लेते हैं?

अगर हम अपनी रोजाना खाए जाने वाले नमक पर नजर डालें तो आमतौर पर हमारी थाली में 2 चीजें होती हैं रोटी और सब्जी। सुबह और शाम के साधारण भोजन में हमारे शरीर की जरूरत के मुताबिक नमक की मात्रा पर्याप्त होती है, लेकिन रोटी, सब्जी, दाल, चावल और सलाद के अलावा हम भोजन में कई बार कुछ ऐसी चीजें खा लेते हैं जिस में नमक की मात्रा ज्यादा होती है। उदाहरण के लिए अचार (pickle), क्या आप जानते हैं अचार की एक पीस में लगभग 500 से 1000 mg तक सोडियम हो सकता है यानी कि एक ही बार में लगभग कई ग्राम एक्स्ट्रा नमक खाना।

इसी तरह पापड़, नमकीन, छाछ, रायता और चटनी आदि भोजन में अतिरिक्त नमक को बढ़ाने का काम करती हैं लेकिन अगर आपकी डाइट में हरी सब्जियां (green vegetables) और पोटैशियम (potassium) रिच फ्रूट्स शामिल हो तो वह एक्स्ट्रा नमक को हमारे शरीर आसानी से बाहर निकाल देता है।

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