रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाने के प्राकृतिक उपाय

इम्युनिटी (immunity) बढ़ाने के प्राकृतिक तरीकों पर चर्चा करने से पहले आइए जानते हैं कि वास्तव में इम्युनिटी क्या है? “सामान्य तौर पर प्रतिरक्षा किसी जीव की हानिकारक सूक्ष्मजीवों से रक्षा करने की शक्ति या क्षमता है।”

दुनिया भर में कोविड -19 (Covid-19) की भयानक स्थिति ने मानवता को इस कठिन समय से सुरक्षित मार्ग के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है। कोविड टीकाकरण कार्यक्रमों की शुरूआत के साथ, दुनिया भर में आशा की एक किरण जगी है। लेकिन महामारी का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है क्योंकि हर इंसान का टीकाकरण जल्द ही किया जाना बहुत दूर है।

कोविड -19 टीकाकरण के दौरान समय व्यतीत करने के लिए स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा तरीका प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के प्राकृतिक तरीकों (natural ways) का पता लगाना है, ताकि हम संकट को अत्यंत सावधानी और ईमानदारी से संभाल सकें। और इससे भी ज्यादा हमें घर पर रहकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है।

रसोई हमारे दैनिक जीवन में स्वास्थ्य (health) के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है, इस लेख में हम कुछ प्रमुख वस्तुओं पर चर्चा करेंगे जो इन कठिन समय में प्रत्येक व्यक्ति के लिए बिना किसी दुष्प्रभाव के इसके लायक साबित हो सकती हैं। आइए हम कुछ शक्तिशाली वस्तुओं के बारे में जानें जो आप अपने घर पर आसानी से पा सकते हैं और अपनी दैनिक आदतों में इनका सेवन करके अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर सकते हैं।

काली मिर्च (Black pepper)

  • काली मिर्च का शहद (honey) के साथ प्रयोग करने से सामान्य खांसी (normal cough) और सर्दी (cold) को कम करने में मदद मिलती है।
  • यह एंटीऑक्सिडेंट (antioxidant) का एक समृद्ध स्रोत है और रक्त शर्करा में सुधार करता है।
  • यह हमारी कोशिकाओं को मुक्त कणों (free radicals) से होने वाले नुकसान को रोकने में मदद कर सकता है।

लौंग (Cloves)

  • यह एक साधारण मसाला है जो पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जाता है, जिसका सिर्फ खाने में ही स्वाद नहीं था। यह हमारे भोजन के पोषण मूल्य को भी बढ़ाता है।
  • कृमि जल के साथ प्रतिदिन केवल दो लौंग का प्रयोग करने से पेट दर्द, अम्लता (acidity) और अतिसार में लाभ होता है और यह पाचन क्रिया (digestive system) को भी सुधारता है।
  • यह दांत दर्द, गले में खराश और दर्द, सर्दी, वायरल संक्रमण, अस्थमा (asthma) और खांसी में भी मदद करता है।

इलायची (Cardamom)

  • यह विटामिन सी (vitamin C) और पोटेशियम (potassium) की उपस्थिति के कारण एक प्रतिरक्षा बूस्टर भोजन के रूप में काम कर सकता है।
  • यह एंटीऑक्सिडेंट (antioxidant), एंटीवायरल (antiviral) और जीवाणुरोधी (antibacterial) गुणों से भरपूर होता है जो हमारी प्रतिरक्षा को तेजी से बढ़ा सकता है।
  • इसका उपयोग भोजन और चाय के लिए मसाले के रूप में किया जा सकता है।

अदरक (Ginger)

  • यह विटामिन बी 6 (vitamin B 6)और मैंगनीज (manganese) से भरा हुआ है।
  • अदरक में पानी, कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) , प्रोटीन (proteins) और वसा (fats)भी होता है जो हमारे शरीर के निर्माण में मदद करता है और सर्दी, खांसी और गले की खराश को भी ठीक करता है।
  • अदरक का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे पानी में उबाला जाए।
  • अदरक को हम आग में भी भून सकते हैं या नमक के पानी में पका सकते हैं. यह खांसी और जुकाम से तुरंत राहत देता है।

लहसुन (Garlic)

  • इसमें सल्फर (sulphur) की मात्रा अधिक होती है। हमारे शरीर को मुख्य रूप से शरीर की प्रत्येक कोशिका के निर्माण और डीएनए को ठीक करने के लिए सल्फर की आवश्यकता होती है।
  • लहसुन हमारे शरीर की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है और हमें कैंसर जैसी बीमारी से दूर रखता है।
  • यह चयापचय गतिविधियों में भी योगदान देता है।

प्याज (Onion)

  • प्प्याज भी सल्फर से भरपूर होता है।
  • अगर किसी को लंबे समय से खांसी और जुकाम है तो कच्चे प्याज को शहद में भिगोकर खाने से आराम मिलता है।
  • वैसे तो प्याज खाना सभी के लिए फायदेमंद होता है लेकिन डायबिटीज (diabetes) के मरीज के लिए यह सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। यह रक्त वाहिकाओं को खोलने में मदद करता है और रक्त की दर (blood flow) को बनाए रखता है।
  • गर्मी के मौसम में कच्चे प्याज के सेवन से लू से बचाव होता है।

संतरे (Oranges)

  • यह विटामिन सी (vitamin C) का बहुत अच्छा स्रोत है। यह बीमारी को कम करता है और रक्त के थक्के बनने से रोकता है। यह ब्लड सर्कुलेशन के लिए भी फायदेमंद होता है।

अमला (Amla)

  • आंवला हमारे इम्यून सिस्टम (immune system) को मजबूत करता है। इसका उपयोग फल के रूप में या पाउडर के रूप में या जूस के रूप में किया जा सकता है।
  • यह हमारे पेट के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है।

सेब (Apple)

  • सेब में पोटैशियम और विटामिन सी अच्छी मात्रा में होता है।
  • यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है और स्वस्थ रक्तचाप (healthy blood pressure) को भी बनाए रखता है।

नींबू (Lemon)

  • नींबू जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बायोप्लानाइड और साइट्रिक एसिड होता है जो आपकी इम्युनिटी को ताकत देता है।

गिलोय (Giloy)

  • गिलोय को अमृता के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है अमरता की जड़।
  • यह पीलिया (jaundice) को कम करने में मदद करता है। उबलते पानी (boiling water) में गिलोय पाउडर डालें। धीमी आंच पर पानी को वाष्पित होने दें। जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो इसे सुखा लें और गोलियां बना लें। ये गोलियां लीवर (liver) की बीमारियों से बचाव के लिए फायदेमंद होती हैं।
  • गिलोय का प्रयोग हम काली मिर्च और कालमेघ के साथ कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन से कई संक्रामक रोगों से बचाव होता है।

पुदीना (Mint)

  • पुदीना एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह कई बैक्टीरिया को बनने से रोकता है और व्यक्ति के आलस्य को भी खत्म करता है।
  • यह अस्थमा और कई अन्य प्रकार की एलर्जी की (allergy) समस्या को कम करने में भी मदद करता है।
  • पुदीने में मेन्थॉल होता है जो बलगम (mucus)और कफ को तोड़ता है।
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